
माहिम से खार के बीच पांचवीं लाइन का काम चल रहा बड़ी तेजी से… मार्च २०२३ तक पूरा होने की उम्मीद
Rokthok Lekhani
मुंबई : मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (एमयूटीपी) के तहत मुंबई सेंट्रल से बोरीवली तक छठी लाइन का काम होना है। इसमें पहले चरण में खार से बोरीवली तक १९.३२ किमी तक काम होगा जबकि दूसरे चरण में १०.१८ मुंबई सेंट्रल से खार के बीच का काम होगा। इन दिनों माहिम से खार के बीच पांचवीं लाइन के मिसिंग लिंक का काम फास्ट ट्रैक पर हो रहा है। इस परियोजना के पूरा होने पर लोकल और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का स्वतंत्र गलियारा होगा।
जिससे पश्चिम रेलवे पर लोकल और मेल एक्सप्रेस की राह आसान हो जाएगी। पश्चिम रेलवे पर बोरीवली तक पांचवीं लाइन तैयार हो चुकी है। कुछ हिस्सों में जहां तकनीकी वजह हैं या कोर्ट का विवाद है, वहां पांचवीं लाइन के मिसिंग लिंक तैयार हो रहे हैं। इस कड़ी में माहिम से खार के बीच पांचवीं लाइन का काम बड़ी तेजी से चल रहा है। वैसे ये काम २००८-०९ में एमयूटीपी-२ के तहत मंजूर हुआ था। ३०.१९ किमी के लिए ९१८.५३ करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इसका पहला चरण मार्च २०२३ में और दूसरा चरण मार्च २०२४ में पूरा करने का टारगेट है। इस परियोजना के लिए १,०८९.०३ वर्ग मीटर जमीन की जरूरत है। इसमें से ५५८.७३ वर्ग मीटर जमीन मिल चुकी है। इसमें से ४८७.८० वर्ग मीटर प्राइवेट जमीन है, जिसमें से केवल दस प्रतिशत मिली है।
मनपा द्वारा ३१२ वर्ग मीटर जमीन पिछले साल रेलवे को सौंपी गई है। २०१ वर्ग मीटर सेना की जमीन है, जो जल्द ही रेलवे को सौंप दी जाएगी। रेलवे को राज्य सरकार से ८८.५७ वर्ग मीटर की जमीन चाहिए ये जमीन शक्ति मिल वाली है। इस परियोजना की वजह से प्रभावित लोगों का पुनर्वसन किया जा रहा है। मुंबई सेंट्रल से प्रभादेवी के बीच ६५४ अतिक्रमण हटाने हैं। ये काम दूसरे चरण में किया जाएगा। फिलहाल सांताक्रुज से विले पार्ले के बीच २६ में से २३, विलेपार्ले से अंधेरी के बीच २२ में से १८, अंधेरी से जोगेश्वरी के बीच ६७ में से ६१, रामनगर से गोरेगांव के बीच १८६ में से १७७, गोरेगांव से मालाड के बीच ३८ में से ३०, मालाड से कांदिवली के बीच २१४ में से ५३ और कांदिवली से बोरीवली के बीच १४ में से ० अतिक्रमण हटाए गए हैं।
रेलवे के अनुसार बांद्रा से बोरीवली के बीच कुल ६०७ प्रोजेक्ट प्रभावित लोगों को ट्रांसफर किया जाना है। इनमें से ५५८ को एमएमआरडीए द्वारा रहने का स्थान दिया गया है। ४९ को नए स्थान की जरूरत नहीं थी, इन्हें अन्य विकल्प दिए गए हैं। एमएमआरडीए द्वारा दिए गए विकल्प को ३४६ लोग स्वीकार कर चुके हैं और अब तक २६० ट्रांसफर भी हो चुके हैं। पूरी परियोजना में १,६४३ पेड़ कटने वाले हैं, जिसके लिए २३ मई को मनपा द्वारा अनुमति मिल चुकी है।
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