
मौसम में बदलाव के कारण डेंगू, सर्दी-बुखार और चिकनगुनिया के मरीजों में वृद्धि...
Dengue, cold-fever and chikungunya patients increase due to change in weather
ठाणे : पिछले दो महीनों से मौसम में बदलाव के कारण संक्रामक बीमारियां सिर उठाने लगी हैं। इन संक्रामक बीमारियों में सर्दी-बुखार, डेंगू और चिकनगुनियां जैसी बीमारियों का समावेश है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जनवरी से लेकर जुलाई महीने के अंत तक कुल ८४ डेंगू के मरीज ठाणे जिले में पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से सावधानी बरतने की अपील की है।
बता दें कि संक्रामक बीमारियां अधिकतर मौसम के बदलाव के कारण होती हैं, वहीं डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियां जलजमाव से पैदा होनेवाले मच्छरों के काटने से होती हैं। ठाणे जिला सिविल अस्पताल प्रशासन द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जनवरी से जुलाई तक के सात महीनों में लगभग ७१ हजार ९४ नागरिक स्वास्थ्य जांच के लिए ओपीडी में आ चुके हैं। इनमें से ७८९ लोगों में महामारी संबंधित बीमारियां मिली हैं।
ठाणे जिला सामान्य अस्पताल की ओपीडी में आए ३०,९२० लोगों में से १२ लोग सर्दी बुखार से, ७ लोग चिकनगुनिया से और ६६ लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं। अंबरनाथ नगरपालिका अस्पताल की ओपीडी में २४ हजार ५८४ नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिनमें से १६२ को टाइफाइड, बुखार, ३९२ को डायरिया, १२ को डेंगू, ३ लोग सर्दी बुखार से संक्रमित पाए गए, साथ ही बदलापुर नगर परिषद अस्पताल में जांच किए गए १५ हजार ५९० में से १०३ लोगों में डायरिया, ६ लोगों में डेंगू और ६ लोगों में सर्दी बुखार के लक्षण मिले है। इन आंकडों पर नजर डालें तो संक्रामक बीमारियां बढ़ रही हैं। सौभाग्य से इन बीमारियों के कारण अब तक किसी की जान नहीं गई है। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि डेंगू, पीलिया, टाइफाइड बुखार और दस्त के मरीज ज्यादा हैं।
ठाणे जिला अस्पताल सर्जन डॉ. वैâलाश पवार ने बताया कि थोड़ी सावधानी बरतकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है। अपने आस-पास परिसर में पानी जमा न होने दें क्योंकि जमा पानी में संक्रामक बीमारियां फैलानेवाले मच्छर पैदा होते हैं। ऐसे में पानी उबालकर पीने और बाहर के खाने से परहेज कर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
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