
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से आश्रय स्थल और भोजन उपलब्ध कराकर प्रवासी कामगारों की मदद करने को कहा
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से आश्रय स्थल और भोजन उपलब्ध कराकर प्रवासी कामगारों की मदद करने को कहा है। गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रत्येक नागरिक से अनुरोध किया कि वे जहां हैं वहीं रहें। उन्होंने कहा कि लोगों के बाहर निकलने और एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से लॉकडाउन का उद्देश्य पूरा नहीं होगा। इससे संक्रमण के एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचने का खतरा भी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय राज्यों के साथ मिलकर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और लॉकडाउन लागू कराने की स्थिति पर लगातार नज़र रख रहा है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा कि केन्द्र सरकार संक्रमित लोगों का पता लगाने, सामुदायिक निगरानी रखने और संक्रमण रोकने के उपाय प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये राज्य सरकारों के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य हर संभव उपाय कर रहे हैं कि लॉकडाउन और भीड़-भाड़ से बचने के निर्देशों का समुचित पालन किया जाये। श्री लव अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक तैयारियों के लिये राज्यों के साथ काम कर रहा है। कोविड-19 अस्पताल और अलग विशेष ब्लॉक बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि सरकार ने गंभीर रोगों से ग्रस्त सी.जी.एच.एस. रोगियों को तीन महीने की दवा उपलब्ध कराने का फैसला किया है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 918 हो गई है। इनमें से 79 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 19 की मौत हो गई है।
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