
कोरोना के चलते महाराष्ट्र बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई
मुंबई : सीएम उद्धव ठाकरे के साथ हुई डिजास्टर मैनेजमेंट की बैठक में परीक्षा रद्द करने के फैसले पर मुहर लगा दी गई। इससे पहले मध्य प्रदेश, गुजरात, गोवा, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है।
कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। मेडिकल एक्सपर्ट तीसरी लहर का अंदाजा व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों के इसकी चपेट में आने की ज्यादा संभावना है और यही वजह है कि सरकार बच्चों के संबंध में कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। केंद्र सरकार के साथ भी महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री की हुई बैठक में वर्षा गायकवाड ने परीक्षाएं रद्द करने की ही वकालत की थी। सीएम उद्धव ठाकरे का साफ तौर पर मानना रहा है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता सरकार की है।
कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। मेडिकल एक्सपर्ट तीसरी लहर का अंदाजा व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों के इसकी चपेट में आने की ज्यादा संभावना है और यही वजह है कि सरकार बच्चों के संबंध में कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। केंद्र सरकार के साथ भी महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री की हुई बैठक में वर्षा गायकवाड ने परीक्षाएं रद्द करने की ही वकालत की थी। सीएम उद्धव ठाकरे का साफ तौर पर मानना रहा है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता सरकार की है।
कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। मेडिकल एक्सपर्ट तीसरी लहर का अंदाजा व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों के इसकी चपेट में आने की ज्यादा संभावना है और यही वजह है कि सरकार बच्चों के संबंध में कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। केंद्र सरकार के साथ भी महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री की हुई बैठक में वर्षा गायकवाड ने परीक्षाएं रद्द करने की ही वकालत की थी। सीएम उद्धव ठाकरे का साफ तौर पर मानना रहा है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता सरकार की है।
कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। मेडिकल एक्सपर्ट तीसरी लहर का अंदाजा व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों के इसकी चपेट में आने की ज्यादा संभावना है और यही वजह है कि सरकार बच्चों के संबंध में कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। केंद्र सरकार के साथ भी महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री की हुई बैठक में वर्षा गायकवाड ने परीक्षाएं रद्द करने की ही वकालत की थी। सीएम उद्धव ठाकरे का साफ तौर पर मानना रहा है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता सरकार की है।
कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। मेडिकल एक्सपर्ट तीसरी लहर का अंदाजा व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों के इसकी चपेट में आने की ज्यादा संभावना है और यही वजह है कि सरकार बच्चों के संबंध में कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। केंद्र सरकार के साथ भी महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री की हुई बैठक में वर्षा गायकवाड ने परीक्षाएं रद्द करने की ही वकालत की थी। सीएम उद्धव ठाकरे का साफ तौर पर मानना रहा है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता सरकार की है।
महाराष्ट्र में 16 लाख के करीब छात्रों ने बारहवीं की महाराष्ट्र बोर्ड की परीक्षाओं के लिए पंजीकरण किया था। राज्य सरकार ने भले ही परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान कर दिया हो लेकिन किस क्राइटेरिया के तहत बच्चों को उत्तीर्ण किया जाएगा इस संबंध में अब तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई बोर्ड का क्राइटेरिया सामने आने के बाद ही राज्य सरकार अपनी भूमिका साफ करेगी।
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