
महाराष्ट्र में लॉकडाउन शाम को आएगा सीएम उद्धव ठाकरे का फैसला
आज पूरे महाराष्ट्र की नज़रें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के शाम को आने वाले फैसले पर टिकी हुई हैं. क्या राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लगने जा रहा है? लेकिन महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था का पहिया बड़ी मुश्किल से पटरी पर आया है. ऐस में कोई भी सरकार इतना बड़ा रिस्क नहीं उठाएगी. लेकिन इतना तय है कि आज शाम को कुछ नए कठोर प्रतिबंधों की घोषणा हो सकती है और नई नियमावली आएगी. देखना यह है कि मुख्यमंत्री मिनी लॉकडाउन जैसी कोई घोषणा करते हैं या उनके कठोर प्रतिबंधों में सिर्फ अत्यधिक कोरोना संक्रमित इलाकों को प्रतिबंधित करने की बात आती है.
उप मुख्यमंत्री अजित पवार की उपस्थिति में आज जनवरी, को मुंबई में कोरोना टास्क फोर्स और स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विशेषज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में करीब एक घंटे तक चर्चा हुई. इस चर्चा में जो बातें सामने आईं और बढ़ते कोरोना और ओमिक्रॉन संक्रमण से निपटने के लिए जो उपाय और प्रतिबंध लाने के सुझाव आए उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास विचार के लिए भेजा गया है. मीटिंग से बाहर आकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने चर्चा में लाए गए उन सुझावों की जानकारियां दीं जिन सुझावों के आधार पर आज मुख्यमंत्री फैसले लेंगे.
उन्होंने कहा कि, ‘फिलहाल पूरी तरह लॉकडाउन लगाए जाने की बात नहीं हुई. लेकिन जिस तरह से संख्या बढ़ रही है वो निश्चित रूप से चिंता बढ़ी है. आज की बैठक में आईईसी पर जोर दिया गया है. यानी इन्फॉरमेशन एजूकेशन और कम्यूनिकेशन के माध्यम से जनता में यह जागरुकता बढ़ाई जाएगी कि उन्हें इस बढ़ते संक्रमण से खुद को कैसे बचाना है.’
आगे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, ‘ मीटिंग में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने की बात हुई. कोरोना संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन 30 हजार तक पहुंचने की आशंका है. प्रत्येक का टेस्ट करवाना जरूरी होगा. डेढ़ से पौने दौ लाख आरटीपीसीआर टेस्ट हर रोज करवाना होगा. साथ ही केवल आरटीपीसीआर ही नहीं एंटिजेन टेस्ट पर भी जोर दिया जाएगा
राजेश टोपे ने आगे कहा कि,’ नए कोरोना केस जो सामने आ रहे हैं उनमें से 90 फीसदी लोगों में सौम्य लक्षण पाए जा रही हैं. वैक्सीनेशन की वजह से उनमें सौम्य लक्षण दिखाई दे रहे हैं और संक्रमण उन पर घातक असर नहीं डाल रहा है. इसलिए वैक्सीनेशन को और तेज किए जाने की जरूरत है. नए कोरोना केस जो सामने आ रहे हैं उनके क्वारंटाइन के नियमों में भी तब्दीली हो सकती है.अब क्वारंटाइन में 7 दिनों तक रहना होगा.’
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