मुंबई में अंधेरी रेलवे स्टेशन पर एस वक्त सबकी सांसे रुक गई जब उन्होंने देखा कि एक आदमी ट्रैक पर गिर गया था. ट्रेन वहां से गुजरी और उसका हाथ कट कर शरीर से अलग हो गया. यह घटना 5 मई की है. लेकिन इसके आगे की कहानी रांगटे खड़े करने वाली है.
जिस शख्स का हाथ कटा, उसका नाम अहमदाबाद निवासी 28 वर्षीय धर्मेंद्र है. धर्मेंद्र 5 मई को हादसे का शिकार हुआ था और उसका हाथ पूरी तरह अलग हो गया था. धर्मेंद्र के तीन बच्चे हैं और वह अपने घर का अकेला कमाने वाला सदस्य है.
हादसे के समय धर्मेंद्र के साथ सफर कर रहे दोस्तों ने उसके कटे हुए हाथ को प्लास्टिक बैग में रख लिया. स्थानीय पुलिस उसे पास ही स्थित आरएन कूपर अस्पताल ले गई, जहां देर रात 1 बजे ऑपरेशन शुरू हुआ और अगली सुबह 8 बजे तक चला.
कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने उसका कटा हुआ हाथ जोड़ दिया. सात घंटे चली सर्जरी के बाद धर्मेंद्र के हाथ को वापस जोड़ दिया गया. करीब एक महीने पहले हुई सर्जरी के बाद अब उसके हाथ में थोड़ा सुधार है.
अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन नितिन घाग ने कहा, यह ऑपरेशन रीप्लांटेशन सर्जरी कहलाता है. हड्डी के डॉक्टरों ने पहले हाथ को जोड़ा और उसके बाद मैंने हाथ की तंत्रिकाओं और नसों को जोड़ दिया. उन्होंने बताया धर्मेंद्र का हाथ अगले 8-10 महीने में पहले जैसा सामान्य हो जाएगा.
डॉक्टरों की इसी टीम ने मुंबई के एक निवासी के घुटनों को जोड़ा था, जो बिजली के कारण हुए हादसे में क्षतिग्रस्त हो गए थे.