Rokthok Lekhani
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ठाणे. ठाणे महानगर पालिका की माजीवाड़ा-मानपाडा प्रभाग समिति की सहायक आयुक्त कल्पिता पिंपले पर हुए जानलेवा हमला होने के बाद अधिकारी वर्ग ने नाराजगी व्यक्त की है। एमएमआर रीजन में सभी महानगर पालिका पालिका के तक़रीबन 40 हजार अधिकारी व कर्मचारियों ने बुधवार को निषेध व्यक्त करते हुए एकदिवसीय काम बंद आंदोलन किया. वहीं ठाणे के जनप्रतिनिधियों ने भी बुधवार को आंदोलन को समर्थन देते हुए पूर्ण समय के लिए महासभा स्थगित कर दिया।
मंगलवार को ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय में महाराष्ट्र राज्य मुख्य अधिकारी संगठनों का एक बैठक हुई थी और इस दौरान राजपत्रित अधिकारी सहित कर्मचारियों ने एकदिवसीय काम बंद करने का निर्णय लिया था। जिसके अनुसार बुधवार को एमएमआर रिजन में महानगर पालिका और नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या करीब 40 हजार है।
इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने बुधवार को एक दिवसीय काम बंद आंदोलन किया। इस दरम्यान बुधवार को महासभा का आयोजन किया गया था। इस महसभा में भाजपा के गटनेता ने सहायक आयुक्त कल्पिता पिंपले पर हुए जानलेवा हमला के संदर्भ में खेद व्यक्त करते हुए महासभा को स्थगित करने की मांग की।
साथ ही उन्होंने सहायक आयुक्त पर हुए प्राणघातक हमला निंदनीय और खेदजनक है। इसलिए इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिए पूर्ण समय के सभा को स्थगित करने की मांग महापौर से की है। कहीं भाजपा गटनेता के इस मांग का शिवसेना गटनेता दिलीप बारटक्के ने अनुमोदन दिया, जिसे संज्ञान में लेते हुए महापौर नरेश म्हस्के ने घटना का निषेध व्यक्त करते हुए कहा कि बुधवार को एमएमआर रीजन में सभी महानगर पालिका और नगर पालिका के अधिकारियों और कर्मचारियों ने काम बंद आंदोलन कर रहे हैं।
ऐसे में ठाणे महानगर पालिका के अधिकारियों ने भी काम बंद आंदोलन कर रहे हैं। साथ ही मुझे इनके संगठनों का भी निवेदन मिला है, जिसे ध्यान में रखते हुए महापौर ने सभागृह में बिना चर्चा किये महासभा को पूर्ण समय के स्थगित करने की घोषणा की।
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