Rokthok Lekhani
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मुंबई : नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े, मंगलवार शाम को मुंबई पुलिस के कमिश्नर हेमंत नागराले से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे थे। दोनों के बीच तकरीबन 25 मिनट तक बातचीत हुई है।
वानखेड़े ने इससे पहले नवाब मालिक के आरोपों के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि मुझे गलत उद्देश्यों से फंसाने के लिए कोई कानूनी कार्रवाई न की जाए। सूत्रों ने बताया कि फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट के आरोप से जुड़ी जांच के संदर्भ में समीर वानखेड़े को बुलाया गया था।
अपने पत्र में वानखेड़े ने अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कथित सतर्कता संबंधी मामले में फंसाने के लिए उनके खिलाफ ‘योजनाबद्ध’ कानूनी कार्रवाई किए जाने से सुरक्षा मांगी थी। पत्र में उन्होंने कहा कहा था कि यह सुनिश्चित करें कि मुझे गलत उद्देश्यों से फंसाने के लिए कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाए।
बता दें कि क्रूज ड्रग्स केस में गवाह रहे प्रभाकर सइल द्वारा अभिनेता शाहरुख खान के स्टाफ से 25 करोड़ मांगने के आरोप के बाद इस केस में मुंबई पुलिस की SIT टीम की एंट्री हुई है। SIT टीम कई गवाहों के बयान दर्ज कर चुकी है।
प्रभाकर ने आरोप लगाया था कि इस केस में शामिल स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी ने समीर वानखेड़े का नाम लेकर शाहरुख़ के स्टाफ रिश्वत मांगी थी। इसके बाद मुंबई पुलिस ने सुमोटो इस केस को अपने हाथ में लेकर जांच शुरू की है। वानखेड़े और नागराले के बीच हुई बातचीत का ब्यौरा सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों की मुलाकात इसी केस में हुई है।
अपनी गिरफ्तार पर रोक से अंतरिम राहत के लिए समीर वानखेड़े ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया था। हाईकोर्ट में दायर अर्जी में उन्होंने अंतरिम सुरक्षा की मांग की थी। यह भी कहा था कि अगर उनके खिलाफ जांच की जाती है तो वह जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) करे।
समीर वानखेड़े की याचिका पर सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कोर्ट को आश्वासन दिया कि मुंबई पुलिस अगर वानखेड़े को गिरफ्तार करेगी तो तीन दिन पहले नोटिस देगी।
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