Rokthok Lekhani
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जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत में बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर में गंभीर चोट के निशान मिले है। सुबह से लग रहे हत्या या हादसा के कयास पर बहुत हद तक विराम लगा गया है। अब पुलिस भी इसे हादसा नहीं बल्कि सुनियोेजित हत्या मान कर रही जांच को आगे बढ़ा रही है। फिलहाल पुलिस इस पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है। सीसीटीव फुटेज देखकर ही लोगों को यह शक हो गया था कि ये हादसा नहीं बल्कि जान बुझकर टक्कर मारी गई है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने लोगों के शक को विश्वास में बदलने का काम किया है।
चर्चित रंजय हत्याकांड की कर रहे थे सुनवाई
न्यायाधीश उत्तम आनंद धनबाद के चर्चित रंजयझरिया विधायक संजीव सिंंह के करीबी रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। तीन दिन पूर्व ही उन्होंने यूपी के ईनामी शूटर अभिनव सिंह व अमन सिंह के गुर्गे रवि ठाकुर व आनंद वर्मा की जमानत खारिज की थी । वह हजारीबाग के रहने वाले थे। उनके पिता व भाई हजारीबाग कोर्ट में अधिवक्ता हैं जबकि उनके दो साले IAS अधिकारी है। छह महीने पहले ही बोकारो से धनबाद आए थे। इसके पूर्व व तेनुघाट में जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे। उनको क्या पता था धनबाद का सफर का अंत इस तरह से होगा।
मार्निंग वाॅक के दौरान ऑटो ने मारी थी टक्कर
रोज की तरह न्यायाधीश मार्निंग वाक करने अपने आवास से गल्फ ग्रांउड मॉर्निंग वॉक करने जा रहे थे। तभी रणधीर वर्मा चौक के आगे न्यू जजेज कॉलोनी के पास समान दिशा से आ रही एक ऑटो ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी दी । न्यायाधीश तड़पते रहे परंतु उन्हें उठाने कोई नहीं आया। तभी रास्ते पर चल रहे पीएचडी के कर्मचारी पवन पांडे की नजर उन पर पड़ी तो पवन पांडे ने टेंपू पर न्यायधीश को एसएनएमसीएच पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।
जज की पत्नी ने फोन पर दी थी मिसिंग की सूचना
वही धनबाद सिविल कोर्ट के रजिस्ट्रार अर्पित श्रीवास्तव के शिकायत पर धनबाद थाने में अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध टक्कर मार देने की प्राथमिकी दर्ज की गई है । प्राथमिकी के मुताबिक आज सुबह स्वर्गीय न्यायाधीश की पत्नी कृति सिन्हा ने रजिस्ट्रार अर्पित श्रीवास्तव को फोन कर बताया कि उनके पति न्यायाधीश उत्तम आनंद सुबह मॉर्निंग वॉक करने गए थे और अब तक वापस नहीं आए । थोड़ी देर के बाद उन्हें सूचना मिली कि रणधीर वर्मा चौक के समीप स्थित गंगा मेडिकल के पास अज्ञात वाहन से उन्हें धक्का लग गया है। इसी बीच धनबाद थाना को सूचना मिली कि एसएनएमसीएच में जिस अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। शुरुआत में मृतक की पहचान नहीं हो पाई थी। कुछ लोग मृतक को पुलिस लाइन का जवान समझ बैठे थे। दरअसल जज साहब के बॉडीगार्ड ने ही उनकी पहचान की।
गोस्वामी ने कहा-पुलिस करे गंभीरता से जांच
बार काउंसिल के स्टीयरिंग कमिटी के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद यह मामला पूरी तरह से हत्या का प्रतीत होता है । उन्होंने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। दो दिन पूर्व ही रांची के तमाड में अधिवक्ता मनोज झा की भी गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी। और आज न्यायाधीश की मौत हुई है पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करें।
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